सभी जानते हैं इस जग में, गाय हमारी माता है
सभी जानते हैं इस जग में, गाय हमारी माता है
इसकी सेवा करने से ही, पुण्य बड़ा मिल जाता है
हर घर की पहली रोटी पर, नाम अगर इसका लिख दो
लालन पालन करने का भी, यदि जीवन में प्रण ले लो
तो सौभाग्य स्वयं ही चलकर , अपने द्वारे आता है….
दुग्ध सुधा रस जैसा इसका ,जीवन हमको देता है
इसका तो गौमूत्र हमारे, रोग सभी हर लेता है
गौ पालन जो भी करता है, सुख वैभव वह पाता है …
इसके गोबर के उपले से, कितने चूल्हे जलते हैं
गाँव गाँव में इसके पावन, गोबर से घर लिपते हैं
पूजा की विधि धर्म कर्म से , इसका गहरा नाता है…
कान्हा भी तो सुबह सुबह बन , गाय चराने जाते थे
गोप गोपियों के सँग मिलकर, माखन मिश्री खाते थे
इसका होना युगों- युगों से ,देवों को भी भाता है …
डॉ अर्चना गुप्ता