सब कुछ तेरा
सितारों का टिमटिमाना
चांद का यूँ मुस्कुराना
इंद्रधनुष का सतरंगी झूला
और दोपहर तक सोते जाना
ना कहीं जंग की खबरें
रंगों से भरी कुछ तस्वीरें
सुबह की चाय के दो कप
सारा दिन तेरे साथ गुजरे
तेरे मन का सुकून
तेरे दिल का एक टुकड़ा
तेरे सुंदर कोमल हाथ
हंसता मुस्कुराता मुखड़ा
तेरे बातों की खनक
तेरे बालों की वो महक
सब कुछ जो तूने चाहा नहीं
पर तेरा ही हमेशा रहा
–प्रतीक