तबसे शहर भी वीरान है…
रिस्ते यहाँ व्यवसाय और ये जिन्दगी दुकान है,
कोई यहाँ अपना नहीं सब किराये का मकान है,
आना जाना तेरे शहर में अब अच्छा नहीं लगता
जबसे छोड़ा शहर तुमने तबसे शहर भी वीरान है||
संदीप यादव
(ZoZo’S)
रिस्ते यहाँ व्यवसाय और ये जिन्दगी दुकान है,
कोई यहाँ अपना नहीं सब किराये का मकान है,
आना जाना तेरे शहर में अब अच्छा नहीं लगता
जबसे छोड़ा शहर तुमने तबसे शहर भी वीरान है||
संदीप यादव
(ZoZo’S)