सब काला – काला है
लोग कहते हैं कि कितना बेहतरीन उजाला है।
उजाला और अंधेरा एक दूसरे का निवाला है।
जरूरत भर उजाला मिले तो बेहतर नहीं
बेहतरीन है,
वरना आँखों के सामने सब काला – काला है।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
लोग कहते हैं कि कितना बेहतरीन उजाला है।
उजाला और अंधेरा एक दूसरे का निवाला है।
जरूरत भर उजाला मिले तो बेहतर नहीं
बेहतरीन है,
वरना आँखों के सामने सब काला – काला है।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी