Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Mar 2023 · 1 min read

सब अपने नसीबों का

कहने में क्या हर्ज है
कह लीजिए यह भी।
सब अपने नसीबों का
लिखा भोग रहे हैं ।।
कुछ तेरी कमी है
तो कुछ मेरी भी कमी है।
किस्तो में जो इस तरह
हम दम तोड़ रहें है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 300 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
चलो मान लिया तुम साथ इमरोज़ सा निभाओगे;
चलो मान लिया तुम साथ इमरोज़ सा निभाओगे;
ओसमणी साहू 'ओश'
गणेश अराधना
गणेश अराधना
Davina Amar Thakral
...........
...........
शेखर सिंह
4393.*पूर्णिका*
4393.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*अटल बिहारी जी नमन, सौ-सौ पुण्य प्रणाम (कुंडलिया)*
*अटल बिहारी जी नमन, सौ-सौ पुण्य प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कभी जब आपका दीदार होगा।
कभी जब आपका दीदार होगा।
सत्य कुमार प्रेमी
पत्थर दिल का एतबार न कीजिए
पत्थर दिल का एतबार न कीजिए
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
र
*प्रणय*
किरदार हो या
किरदार हो या
Mahender Singh
बड़े-बड़े सपने देखते हैं लोग
बड़े-बड़े सपने देखते हैं लोग
Ajit Kumar "Karn"
समाप्त हो गई परीक्षा
समाप्त हो गई परीक्षा
Vansh Agarwal
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम आंखें बंद कर लेना....!
तुम आंखें बंद कर लेना....!
VEDANTA PATEL
एक लम्हा है ज़िन्दगी,
एक लम्हा है ज़िन्दगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैंने क़ीमत
मैंने क़ीमत
Dr fauzia Naseem shad
मां
मां
Sonam Puneet Dubey
हद
हद
Ajay Mishra
मुझे  पता  है  तू  जलता  है।
मुझे पता है तू जलता है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मैने थोडी देर कर दी,तब तक खुदा ने कायनात बाँट दी।
मैने थोडी देर कर दी,तब तक खुदा ने कायनात बाँट दी।
Ashwini sharma
काव्य
काव्य
साहित्य गौरव
दादाजी ने कहा था
दादाजी ने कहा था
Shashi Mahajan
International Yoga Day
International Yoga Day
Tushar Jagawat
" आराधक "
DrLakshman Jha Parimal
कितने अकेले हो गए हैं हम साथ रह कर
कितने अकेले हो गए हैं हम साथ रह कर
Saumyakashi
*जख्मी मुस्कुराहटें*
*जख्मी मुस्कुराहटें*
Krishna Manshi
पहले प्रेम में चिट्ठी पत्री होती थी
पहले प्रेम में चिट्ठी पत्री होती थी
Shweta Soni
Expectation is the
Expectation is the
Shyam Sundar Subramanian
वो एक शाम
वो एक शाम
हिमांशु Kulshrestha
बिखर के भी निखरना है ,
बिखर के भी निखरना है ,
Neeraj kumar Soni
कभी मिले नहीं है एक ही मंजिल पर जानें वाले रास्तें
कभी मिले नहीं है एक ही मंजिल पर जानें वाले रास्तें
Sonu sugandh
Loading...