सब अच्छा होगा
सब अच्छा होगा
प्रतीक्षारत है भविष्य तुम्हारा, ऐसे न समय गवाना होगा।
शक्ति है तो दिखना होगा, पथ बाधाओं से टकराना होगा।
मंजिल तनिक दूर भली, आत्मसंयमित रहना होगा।
हां – हां क्यों भरते हो सबमें, न भी तुमको कहना होगा।
सोच – समझ के कहना भी, सोच – समझ के करना होगा।
चिंतित क्यों होते हो अंकित, यूं सोच समझ के क्या ही होगा।
जो भी होगा अच्छा होगा , जो भी होगा अच्छा होगा।।
ऊर्जा जब तुम खो बैठोगे, घोर अंधेरा फिर से होगा।
जीत नहीं तो हार भी सही, सब हमको स्वीकारित होगा।।
दुर्गम क्षेत्र प्रपंचयुक्त पथ, तूफानों का आना होगा।
कठिन काल – दुर्भिक्ष काल में, धैर्यवान तो बनना होगा।।
लोग कहेंगे कायर हो तुम, खामोश तुम्हें तब रहना होगा।
सहनशील – बलवान तुम अंकित, उनके कहने से क्या ही होगा।।
जो भी होगा अच्छा होगा, जो भी होगा अच्छा होगा।।
प्रसिद्धि जब तुम पा जाओगे, अहंकार से बचना होगा।
पुनः लक्ष्य केंद्रित होकर, सूर्य की भांति बढ़ना होगा।।
भौतिक आकर्षण जब देखोगे, मन अशांत – चंचल होगा।
इंद्रिय सुख में डूब गए तो, कैसे तू अंकित सफल होगा।।
लक्ष्य बड़ा है अटल तुम्हारा, वर्तमान में जीना होगा।
कल की चिंता क्यों करते हो, चिन्ता करने से क्या ही होगा।।
जो भी होगा अच्छा होगा , जो भी होगा अच्छा होगा।।