सब्र
यादें
=======:-
“यादों की बादल में बरसात बहुत होती है ..
गर चाहिए जिंदगी को सुकून तो ..
आंसूं भी पीना स्वभाविक है ===========================
-प्रतिभा कुमारी-गया (बिहार)-✍️
यादें
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“यादों की बादल में बरसात बहुत होती है ..
गर चाहिए जिंदगी को सुकून तो ..
आंसूं भी पीना स्वभाविक है ===========================
-प्रतिभा कुमारी-गया (बिहार)-✍️