सबूत माँगते थे जो
राम का विरोध करने के लिए राम से ही,
धन और दौलत अकूत माँगते थे जो।
देशद्रोहियों के साथ मिलके समाज तोड़,
सकें इसलिए ही भभूत माँगते थे जो।
राम पे लगाते थे जो प्रश्न चिन्ह बार बार,
रावण सा दुष्ट पापी पूत माँगते थे जो।
खुद के वजूद का सबूत ढूँढ रहे आज,
“दीप” प्रभु राम से सबूत माँगते थे जो।।
प्रदीप कुमार “दीप”
सुजातपुर, सम्भल