सबसे ऊंचा हिन्द देश का
** गीतिका **
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सबसे ऊंचा हिन्द देश का, हम सबको ध्वज फहराना है।
अखिल विश्व में भारत मां का, सम्मान बढ़ाते जाना है।
आगे बढ़ने की उत्कंठा, हर क्षण बढ़ती ही जाएगी।
हर पल अमूल्य आजादी का, अब व्यर्थ नहीं गंवाना है।
एक भारत श्रेष्ठ भारत की, शुभ भावना मन में प्रबल हो।
नगर ग्राम के व्यक्ति व्यक्ति को, सारे अधिकार दिलाना है।
देश तोड़ने की हर साजिश, को नाकाम बनाएंगे हम।
देश रहेगा तो हम होंगे, यह अटल सत्य समझाना है।
स्मरण करें अपने भारत की, गौरवशाली परंपरा को।
इसे न खंडित होने देंगे, हर मन यह भाव जगाना है।
संघर्षों का अविरल क्रम है, युगों-युगों से चला आ रहा।
फिर नापाक न उठने पाए, अब मार्ग यही अपनाना है।
सबके मन में राष्ट्र भाव का, दीप अहर्निश खूब जला हो।
निर्णायक इस धर्म युद्ध में, दम-खम पूरा दिखलाना है।
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य, मण्डी (हि.प्र.)