सबसे आसान है बहाने बनाकर खुद को समझाना। अपनी गलतियों पर खुद
सबसे आसान है बहाने बनाकर खुद को समझाना। अपनी गलतियों पर खुद को डांटने के लिए, खुद को सजा देने के लिए हिम्मत लगती है पर खुद को बहलाने के लिए एक अच्छा बहाना तलाशना आसान होता है। मुश्किलों से होकर ही ज़िंदगी की राहें गुजरती है किसी की ज्यादा है किसी की कम, कुछ किस्मत से मिली है, कुछ अपनी गलतियों से, पर अगर सच बोलकर हल ढूंढने की ज़िम्मेदारी उठाना है तो बहानों को तो उठाकर फेंकना ही होगा। मेहनत लगती है ज़िंदगी बदलने में और कोशिश एक अच्छी शुरुआत है खुद के साथ।