सबतै न्यारा, सबतै प्यारा है (हरियाणवी)
देशां मं देश है म्हारा भारत
सबतै प्यारा देश म्हारा सै है
सबतै न्यारा, सबतै प्यारा है
देश म्हारा, भारत देश सै है
सोने की चिड़िया कहलाता
सबतै ही प्यारा देश म्हारा सै
धर्म, बोली, वेशभूषा, नृत्य
सबतै अलग- अलग गाना सै
सर्दी-गरमी, पतझड़- बरसात
सुंदर झलक, मन सै बहलाती
गंगा- यमुना, सरस्वती यहाँ
पावन नदियाँ बहा करती सै
सरहद पर खड़ा जवान है
खेता मं हलदर किसान सै
भारत देश म्हारा प्यारा सै
सबतै न्यारा, सबतै प्यारा सै
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा