Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2023 · 1 min read

*****सबके मन मे राम *****

****सबके मन मे राम ****

जब सत्य प्रकाशमय हो
अंधकार पर लगा विराम हो
द्वेष ,जलन ,ईर्ष्या से परे सब
मन मे प्रेम ,स्नेह भरा हो

उँच नीच भेदभाव भुलाकर
सबके लिये सदभाव हो
झूठ फरेब ,धोखो से दूर
बस सच्चाई और ईमान हो

किसी पथ न रोये अबला
हर नारी का सम्मान हो
पाप ,दुराचार से दूर होकर
सत्य,निष्ठा ही अपार हो

रावण रूपी भावनाओ का
अंत ही अब अंजाम हो
सत्य सदा विजयी रहे
असत्य का अस्तित्व समाप्त हो

बुरी भावनाओ का दहन करे
संकल्प ये मन में अपार हो
हर मन पुरूषोत्तम बने
सबके मन में राम हो ।।

1 Like · 249 Views

You may also like these posts

पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है।
पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है।
Taj Mohammad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
फेसबुक
फेसबुक
Neelam Sharma
गांव की भोर
गांव की भोर
Mukesh Kumar Rishi Verma
*इतरा रहा दीवार पर, टाँगा कलैंडर जो गया (गीत)*
*इतरा रहा दीवार पर, टाँगा कलैंडर जो गया (गीत)*
Ravi Prakash
* मैं अभिमन्यु *
* मैं अभिमन्यु *
भूरचन्द जयपाल
हमारी दीवाली दो पैसों वाली
हमारी दीवाली दो पैसों वाली
Meera Thakur
चाहत मोहब्बत और प्रेम न शब्द समझे.....
चाहत मोहब्बत और प्रेम न शब्द समझे.....
Neeraj Agarwal
*शूल  फ़ूलों  बिना बिखर जाएँगे*
*शूल फ़ूलों बिना बिखर जाएँगे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
3254.*पूर्णिका*
3254.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वो मुझे
वो मुझे "चिराग़" की ख़ैरात" दे रहा है
Dr Tabassum Jahan
जब कोई महिला किसी के सामने पूर्णतया नग्न हो जाए तो समझिए वह
जब कोई महिला किसी के सामने पूर्णतया नग्न हो जाए तो समझिए वह
Rj Anand Prajapati
मेरे पास नींद का फूल🌺,
मेरे पास नींद का फूल🌺,
Jitendra kumar
दीदार
दीदार
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
मौसम सुहाना बनाया था जिसने
मौसम सुहाना बनाया था जिसने
VINOD CHAUHAN
आज दिवस है  इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
आज दिवस है इश्क का, जी भर कर लो प्यार ।
sushil sarna
कार्तिक पूर्णिमा  की शाम भगवान शिव की पावन नगरी काशी  की दिव
कार्तिक पूर्णिमा की शाम भगवान शिव की पावन नगरी काशी की दिव
Shashi kala vyas
शहीद की अंतिम यात्रा
शहीद की अंतिम यात्रा
Nishant Kumar Mishra
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कहना तुम ख़ुद से कि तुमसे बेहतर यहां तुम्हें कोई नहीं जानता,
कहना तुम ख़ुद से कि तुमसे बेहतर यहां तुम्हें कोई नहीं जानता,
Rekha khichi
नारी
नारी
Shyam Sundar Subramanian
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
" जुबां "
Dr. Kishan tandon kranti
LGBTQ पर आम चर्चा ...
LGBTQ पर आम चर्चा ...
Rohit yadav
परिसर
परिसर
पूर्वार्थ
122 122 122 12
122 122 122 12
SZUBAIR KHAN KHAN
सांत्वना
सांत्वना
भरत कुमार सोलंकी
......मंजिल का रास्ता....
......मंजिल का रास्ता....
Naushaba Suriya
बाजार
बाजार
surenderpal vaidya
Loading...