सबका मालिक एक
सबका मालिक एक
कह रहा था एक शख्स
एक है अल्लाह
कह रहा था
दूसरा भी
सबका मालिक एक
एक और भी था जो
कह रहा था यही कुछ
अन्य भी कई
कह रहे थे ऐसा ही कुछ
सच्चाई है यह
सबके थे अपने-अपने
मालिक, परवरदिगार व गोड
सभी का
एक-दूसरे के मालिकों से
या किसी भी मालिक से
नहीं था कोई सरोकार
-विनोद सिल्ला