सबका मालिक एक
सबका मालिक एक
मुझे नहीं लगता कि
सबका मालिक एक है
सबका मालिक
एक होता तो
द्रौपदी के चीरहरण पर
इज्जत बचाने वाला
चीर बढ़ाने वाला
आता इज्जत बचाने
फूलन देवी की
जिसका कई दिनों तक
बलात्कार किया
असंख्य ठाकुरों ने
तब कहाँ था चीर बढ़ाने वाला
असंख्य बहन-बेटियां
होती हैं शिकार
होते हैं यौनाचार
होते हैं बलात्कार
होते हैं चीर हरण
कभी नहीं आया
चीर बढ़ाने वाला
शायद
धर्म की हानि होने पर
राजा-महाराजाओं
की इज्जत बचाने
या व्यापारिक प्रतिष्ठान रक्षार्थ
प्रकट होता है
इन्ही का है मालिक
बाकी हैं बिना मालिक के
जो बेवजह ही
चिपटे हैं मालिक से
-विनोद सिल्ला