सफ़र मोहब्ब्त का ______सपने तो हमने __ शेर
सफ़र मोहब्ब्त का चला था।
दिल उनका भी मचला था।
चलते चलते आया मोड़,
रास्ता अपना बदला था।।
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सपने तो हमने साथ,
जीने के ही देखे थे।
किस्मत में हमारे,
कुछ और ही लेखे थे।
जुदा हुए हम दोनों,
तकदीर में जो लिखे थे।।
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राजेश व्यास अनुनय