सफलता की कुंजी ।
यह जीवन एक असुलझी पहेली है।
इससे मिलने वाले चुनौती को तुम
स्वीकार करो।
सुख और दुख दो जीवन के पहलू है,
इनका न तुम तिरस्कार करो।
अपनी अन्दर की कमी को टटलों
और खुद में तुम सुधार करो।
यह जीवन ईश्वर के द्वारा दिया गया
हम सबको एक वरदान है।
इसको तुम यूहीं नही बेकार करो।
माना जीवन मुश्किलों से भरी पड़ी है।
कठिनाई हमेंशा पग- पग पर खड़ी है।
इसे तुम अपना चुनौती समझो
और दिल से इसे स्वीकार करो।
हार न मानों इतनी इतनी जल्दी तुम
अपनी शक्ति का विस्तार करो।
हटों नही तुम कर्म क्षेत्र से अपने
लगातार तुम उस पर डटे रहो।
देते रहो जीवन में तुम कर्म को
नई उर्जा नई उमंग के साथ रफ्तार ।
फिर कहीं जाकर तुम्हें मिलेगा
इस जीवन मे सफलता का पुरस्कार।
~अनामिका