Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

सफलता की ओर

ना जाने कौन दे गया ये मौका मुझे,
आज फिर वो सफलता का रास्ता मुझे नज़र आया है।
एक कदम आज फिर उस सफलता की ओर उठाने का मन मे ख्याल आया है।
ना जाने क्या जकड़ा हुआ है इन जंजीरों ने मुझे,
आज फिर इन जंजीरों को तोड़ने का मन में ख्याल आया है।
कितनी देर चल पाऊँगा उस रास्ते पर मैं, ये सोच कर मन मेरा डगमगाया है।
लेकिन एक कदम सफलता की ओर बढ़ाने का मन मे ख्याल आज फिर से आया है।
मैं जानता हूँ उस रास्ते पर मुश्किलें बहुत होगी,
पर ना जाने हर मुश्किल का सामना करने का हौसला मैने पाया है।
आज फिर न जाने एक कदम सफलता के ओर बढ़ाने का मन मे ख्याल आया है।
जब होगा मुश्किलों से सामना, तब ना डगमगाने दूंगा ये कदम।
दूर होगी हर मुश्किलें देखकर मेरे बढ़ते हुए कदम।
चुम लूंगा उस सफलता के शिखर को एक दिन,
क्योंकि आज फिर से मैंने सफल होने का एक मौका ओर पाया है।
ये मौका मैं ना दूंगा खोने ये ख्याल मन मे उठ आया है।
आज फिर सफलता के और एक कदम मैंने बढ़ाया है।

104 Views

You may also like these posts

"खरा सोना "
Yogendra Chaturwedi
झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय।
झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय।
Vijay kumar Pandey
जिसने अपनी माँ को पूजा
जिसने अपनी माँ को पूजा
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
- वीर शिरोमणी मंडोर प्रधान राव हेमाजी गहलोत -
- वीर शिरोमणी मंडोर प्रधान राव हेमाजी गहलोत -
bharat gehlot
तलाक
तलाक
Shashi Mahajan
विश्वास
विश्वास
meenu yadav
तुम बिन
तुम बिन
Rambali Mishra
इस शहर में.....
इस शहर में.....
sushil yadav
*रिमझिम-रिमझिम बारिश यह, कितनी भोली-भाली है (हिंदी गजल)*
*रिमझिम-रिमझिम बारिश यह, कितनी भोली-भाली है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
के उसे चांद उगाने की ख़्वाहिश थी जमीं पर,
के उसे चांद उगाने की ख़्वाहिश थी जमीं पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"मैं और मेरी मौत"
Pushpraj Anant
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जीवन तो चलता रहता है
जीवन तो चलता रहता है
Kanchan verma
दशकंधर
दशकंधर
*प्रणय*
मुझको तो घर जाना है
मुझको तो घर जाना है
Karuna Goswami
लाख़ क़ाबिल है तू इल्मो फन में
लाख़ क़ाबिल है तू इल्मो फन में
Dr fauzia Naseem shad
*भ्रष्टाचार*
*भ्रष्टाचार*
Dushyant Kumar
4607.*पूर्णिका*
4607.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ईश्के इजहार
ईश्के इजहार
Sonu sugandh
अहं प्रत्येक क्षण स्वयं की पुष्टि चाहता है, नाम, रूप, स्थान
अहं प्रत्येक क्षण स्वयं की पुष्टि चाहता है, नाम, रूप, स्थान
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
अच्छा ख़ासा तवील तआरुफ़ है, उनका मेरा,
अच्छा ख़ासा तवील तआरुफ़ है, उनका मेरा,
Shreedhar
एक दीप दिवाली पर शहीदों के नाम
एक दीप दिवाली पर शहीदों के नाम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
कवि रमेशराज
जाने क्यूँ ....
जाने क्यूँ ....
sushil sarna
"सबक"
Dr. Kishan tandon kranti
बेवजहा
बेवजहा
Swami Ganganiya
श्री राम अयोध्या आए है
श्री राम अयोध्या आए है
जगदीश लववंशी
पर हर दर्द की दवा कहाँ मिलती है....
पर हर दर्द की दवा कहाँ मिलती है....
TAMANNA BILASPURI
किसी की इज़्ज़त कभी पामाल ना हो ध्यान रहे
किसी की इज़्ज़त कभी पामाल ना हो ध्यान रहे
shabina. Naaz
श्राद्ध ही रिश्तें, सिच रहा
श्राद्ध ही रिश्तें, सिच रहा
Anil chobisa
Loading...