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23 Aug 2021 · 1 min read

सफर

सफर में यूँ साथ किसी को ना बिठाया करो
अनजान लोगों से यूँ नज़र ना मिलाया करो

बड़ी गुस्ताख़ होती हैं नज़रों से की गए बातें
ऐसी बातों को यूं हकीकत ना बनाया करो

रस्ते की बातें बातों बातों में रस घुल ही जाते हैं
रस्ते की मीठी बातों को दिल से ना लगाया करो

जमाने की हवा से चलो तुम जरा बचकर
ऐसी हवा में सीने का दुपट्टा ना लहराया करो

बातों बातों में गर कोई बात बन ही जाती है
ऐसी बातों को घर से ना यूँ छुपाया करो

रास्ते का ये इश्क अब अंजाम तक आने तो दो
ऐसी मोहब्बत को तो हमसफर संग निभाया करो

वीर कुमार जैन
23 अगस्त 2021

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Comment · 222 Views
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