सफर
सफर में यूँ साथ किसी को ना बिठाया करो
अनजान लोगों से यूँ नज़र ना मिलाया करो
बड़ी गुस्ताख़ होती हैं नज़रों से की गए बातें
ऐसी बातों को यूं हकीकत ना बनाया करो
रस्ते की बातें बातों बातों में रस घुल ही जाते हैं
रस्ते की मीठी बातों को दिल से ना लगाया करो
जमाने की हवा से चलो तुम जरा बचकर
ऐसी हवा में सीने का दुपट्टा ना लहराया करो
बातों बातों में गर कोई बात बन ही जाती है
ऐसी बातों को घर से ना यूँ छुपाया करो
रास्ते का ये इश्क अब अंजाम तक आने तो दो
ऐसी मोहब्बत को तो हमसफर संग निभाया करो
वीर कुमार जैन
23 अगस्त 2021