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22 Feb 2024 · 1 min read

सफर में हमसफ़र

सफर में हमसफ़र
बस
ख़्वाबों.-ख़्याल की हैं बातें

ढली रौशनी क्या ज़रा
हमसाया भी ग़ुम हुआ

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