सफर में महबूब को कुछ बोल नहीं पाया
सफर में महबूब को कुछ बोल नहीं पाया
लफ्ज मे दिल के खोल भी नहीं पाया
उसे भी महोबत सच मे थी मुझसे तो
दिल के लफ्जो को समझ क्यो नहीं पाया
अनिल चौबिसा
9829246588