सफर पर है आज का दिन
सफर पर है आज का दिन
कभी तेरे साथ कभी तेरे बिन
रोज तुम्हे अपने साथ रखते है
कभी दिल में कभी बाहर रखते है
बारिश आ चुकी है मौसम में
कभी बारिश तो,
कभी पलकों से आंसू चार गिरते हैं।
सोनित प्रजापति।
सफर पर है आज का दिन
कभी तेरे साथ कभी तेरे बिन
रोज तुम्हे अपने साथ रखते है
कभी दिल में कभी बाहर रखते है
बारिश आ चुकी है मौसम में
कभी बारिश तो,
कभी पलकों से आंसू चार गिरते हैं।
सोनित प्रजापति।