सपनों की उड़ान
सपनों की उड़ान
मुट्ठी बंद कर ली
कल्पना की उड़ान की
पहली मुट्ठी खोल ली
स्कूल के नाम की
खान पढ़ूँगी? गाँव या शहर !
क्या पढ़ूँगी ? हिंदी , इंग्लिश या मेथ्स !
पहुंची में पहली उड़ान
मेरा स्कूल मेरी पहचान
खुले आकाश , प्रकृति के पथ !
सिखाया जिसने मुझे –
अपनों से प्यार …
देश का सम्मान ,
गणित और विज्ञान
राष्ट्रीय , अंतर्राष्ट्रीय भाषा से
कराई मेरी पहचान
फिर ली मैंने नई उड़ान
खोली दूसरी मुट्ठी ,
मेरे कर्तव्य ,मेरी नियति
क्या करूँ…? इंजीनियरिंग या डॉक्टरी
कहाँ करूँ..? देश व विदेश में ..
किसके लिए …? स्वार्थ या निस्वार्थ
अपनों के लिए या गैरों
या फिर मैं जीऊं..
सिर्फ अपने लिए