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20 Sep 2024 · 1 min read

सपनों का पीछा करे,

सपनों का पीछा करे,
हाथ न आता छोर ।
हर छाया में ढूँढता,
स्वप्न सलोनी भोर ।।

सुशील सरना / 20-9-24

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