||सपना || ( dream )
!! सपना !!
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छोटे- छोटे सुख ढूंढ़े थे ,
मैंने अपने जीवन में ,
बड़े प्यार से और जतन से ,
सपने सजाए थे , आंखो में !!
कुछ सपने बुने और खुशियां ढूंढ़ी ,
फिर लौ जलाई राहो में ,
थे सपने साकार करने की चाहत ,
सजा था अब इन निगाहों में !!
उलझी – उलझी सी इस जीवन को ,
वक्त की कश्ती और उलझा रही ,
सपनों को पूरे करने में ,
क्यू इतनी मुश्किले आ रही !!
– Manisha kushwaha …