सन्देश खाली
सन्देश खाली है यही
कुछ भी नहीं है यहाँ सही,
जानवर भी इनसे अधिक
मनुष्यता के समीप हैं ।
कुकृत्य इनके राछ्सी
इंसानियत की न बास भी,
दंश देते बिच्छुओं से
जहर भरे जीव हैं ।
हैं दण्ड के पात्र ये
उद्दण्ड सांड से सड़े,
हो सबक सबके लिए
ऐसे सबक की आस है ।
(c)@ दीपक कुमार श्रीवास्तव ” नील पदम् “