सद् बुद्धि का विकास करना।
बच्चों आपको खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। आप शुद्ध शाकाहारी भोजन ही गृहण करें। इससे आपका मन बहुत सुख महसूस करेगा। और आपके अंदर सद् बुद्धि का विकास होने लगेगा। क्योंकि बुद्धि हमारे द्वारा खाये गये रसायन
पदार्थों से ही हमारी बुद्धि बनती है।आपके अंदर जब सद् बुद्धि का पूर्ण विकास हो जाता है।तब आप एक अच्छे मनुष्य बन पाते हैं। जीवन में कु _ बुद्धि का आना बहुत दुखी दायी होता है। आपको गलत नहीं सोचना है।आप जो भी सोचे अच्छा सोचें।मन के अंदर जो भी बुराईयां पैदा हो गई है। उन्हें बाहर निकाल दे।
तभी आप सद् बुद्धि का विकास कर पायेंगे। आपकी बुद्धि पर सामान्य भोजन का भी असर पड़ता है। इसलिए सात्विक भोजन ही करना चाहिए। सात्विक भोजन ही क्यों? सात्विक भोजन वह भोजन है, जिसमें घृत मीठा और फलों का समावेश हो। संतुलित भोजन ही सात्विक भोजन कहलाता है।आप जब जवान होते हैं।तब मन पर कंट्रोल करना बहुत मुश्किल होता है।ऐसी स्थिति में आप ग़लत संगत न करें।तो आपका मन नियंत्रित रहने लगेगा। और अपनी सोच में कामुकता न आने दें।बस यह सोच आपको भटका सकती है।आपके अंदर बहुत सारी प्रतिभाये छिपी होती है। उन्हें निखारने की जरूरत होती है।क्रोध मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु और शांति सबसे बड़ी दोस्त हैं।