Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2023 · 1 min read

सद्विचार

आत्म मंथन या आत्म चिंतन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो अनायास या जान बूझकर की गयी गलतियों का बोध कराते हुए आपको उत्तम दिशा की ओर अग्रसर करने में आपकी सहायक होती है l एक निश्चित अंतराल पर आत्म चिंतन अवश्य करते रहा करें l

1 Like · 140 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all
You may also like:
सब सूना सा हो जाता है
सब सूना सा हो जाता है
Satish Srijan
खुश हो लेता है उतना एक ग़रीब भी,
खुश हो लेता है उतना एक ग़रीब भी,
Ajit Kumar "Karn"
.
.
*प्रणय प्रभात*
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
तुम्हारे सॅंग गुजर जाते तो ये अच्छा हुआ होता।
सत्य कुमार प्रेमी
गर्मी और नानी का घर
गर्मी और नानी का घर
अमित
My Guardian Angel!
My Guardian Angel!
R. H. SRIDEVI
एक दिन
एक दिन
हिमांशु Kulshrestha
" मुद्रा "
Dr. Kishan tandon kranti
पारिजात छंद
पारिजात छंद
Neelam Sharma
दोहा पंचक. . . . . पत्नी
दोहा पंचक. . . . . पत्नी
sushil sarna
हृदय की बेचैनी
हृदय की बेचैनी
Anamika Tiwari 'annpurna '
वनमाली
वनमाली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ਕਿਸਾਨੀ ਸੰਘਰਸ਼
ਕਿਸਾਨੀ ਸੰਘਰਸ਼
Surinder blackpen
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
गर्भपात
गर्भपात
Bodhisatva kastooriya
जीवन
जीवन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
जो अच्छा लगे उसे अच्छा कहा जाये
जो अच्छा लगे उसे अच्छा कहा जाये
ruby kumari
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
ममता का सागर
ममता का सागर
भरत कुमार सोलंकी
धर्म या धन्धा ?
धर्म या धन्धा ?
SURYA PRAKASH SHARMA
करपात्री जी का श्राप...
करपात्री जी का श्राप...
मनोज कर्ण
वाह मोदीजी...
वाह मोदीजी...
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
आप खुद से भी
आप खुद से भी
Dr fauzia Naseem shad
"कड़वी ज़ुबान"
Yogendra Chaturwedi
वो सुनाते थे मोहब्बत की कहानी मुझको।
वो सुनाते थे मोहब्बत की कहानी मुझको।
Phool gufran
मेरा  साथ  दे  दो आज  तो मैं बन  सकूँ  आवाज़।
मेरा साथ दे दो आज तो मैं बन सकूँ आवाज़।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
एक पल को न सुकून है दिल को।
एक पल को न सुकून है दिल को।
Taj Mohammad
"घर की नीम बहुत याद आती है"
Ekta chitrangini
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
पूर्वार्थ
याद रखना
याद रखना
Pankaj Kushwaha
Loading...