सदियों से रस्सी रही,
सदियों से रस्सी रही,
रोजी का पर्याय
नट का जीवन शास्त्र ही,
कष्टपूर्ण अध्याय
—महावीर
उत्तरांचली
सदियों से रस्सी रही,
रोजी का पर्याय
नट का जीवन शास्त्र ही,
कष्टपूर्ण अध्याय
—महावीर
उत्तरांचली