Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2021 · 1 min read

सत-सत नमन ए भारत महान

है वेदों की धरती अपनी
इतिहास बनाते आयी है
श्रीराम, महावीर,बुध्द से लेकर
मानवता का पाठ पढ़ाती आयी है..!

है तिरंगा झंडा इसका
हरा रंग धरा की भूख मिटाता है
सफेद रंग में पानी बसता
धरती को जीवन देता है..!

केशरिया है रंग बसंती
सूरज बन ब्रह्मांड में छाया रहता है
लहराता है जब मदमस्त तिरंगा
जीवन में आशा भरता रहता है..!

उपनिषदों का ज्ञान ये लेकर
इंसानियत का पाठ पढ़ाती आयी है
आत्मा से इंसान को जोड़कर
समाज के सारे भेद मिटाती आयी है..!

पीर की करुणामयी भाषा है इसकी
और नानक के सबदों का संचार
सूर, रहीम,तुलसी, जायसी,कबीर से
संस्कृति की रचना करते आयी है..!

है गगनचुम्बी मुकुट हिमालय
पैरों में हिन्द महासागर रत्नों का भंडार
अरुणाचल पर पहली किरण सूरज की
पश्चिम से समृद्ध व्यापार..!

सप्तसिंध से संचित ये धरती
यहाँ फसलें लहराती रहती है
गंगा, नर्मदा और काबेरी से
अमृत रस जल पाती रहती है..!

वीरों की धारा बहती यहाँ पर
ऋषि,महर्षियों की है तपोस्थली
देश के लिए जो फंदा चूमते
ऐसे सपूतों की है ये कर्मस्थली..!

है शरणस्थली बेगानो की
मानवता का खिलता बागवान
रंगबिरगे फूलों से महकता ये उपवन
सत-सत नमन तुझे ए भारत महान..!!

Language: Hindi
Tag: गीत
3 Likes · 6 Comments · 263 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
View all

You may also like these posts

देवळ आयौ डोकरी, अरपौ भल आसीस।
देवळ आयौ डोकरी, अरपौ भल आसीस।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कोई गुरबत
कोई गुरबत
Dr fauzia Naseem shad
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
भले डगमगाओ /मगर पग बढ़ाओ
भले डगमगाओ /मगर पग बढ़ाओ
Dr Archana Gupta
भोले शंकर ।
भोले शंकर ।
Anil Mishra Prahari
नवरात्रि गीत
नवरात्रि गीत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
भ्रूण हत्या:अब याचना नहीं रण होगा....
भ्रूण हत्या:अब याचना नहीं रण होगा....
पं अंजू पांडेय अश्रु
सत्य की पहचान
सत्य की पहचान
Dr. Vaishali Verma
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
"याद के जख्म"
Dr. Kishan tandon kranti
बुंदेली_मुकरियाँ
बुंदेली_मुकरियाँ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
इश्क के चादर में इतना न लपेटिये कि तन्हाई में डूब जाएँ,
इश्क के चादर में इतना न लपेटिये कि तन्हाई में डूब जाएँ,
Chaahat
हे ईश्वर
हे ईश्वर
sheema anmol
दोहा छंद भाग 2
दोहा छंद भाग 2
मधुसूदन गौतम
हर घर में जब जले दियाली ।
हर घर में जब जले दियाली ।
Buddha Prakash
लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी
लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी
Dr Tabassum Jahan
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Jyoti Roshni
ये तुम्हें क्या हो गया है.......!!!!
ये तुम्हें क्या हो गया है.......!!!!
shabina. Naaz
दुर्भाग्य का सामना
दुर्भाग्य का सामना
Paras Nath Jha
गीत
गीत
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
*अभिनंदनीय हैं सर्वप्रथम, सद्बुद्धि गणेश प्रदाता हैं (राधेश्
*अभिनंदनीय हैं सर्वप्रथम, सद्बुद्धि गणेश प्रदाता हैं (राधेश्
Ravi Prakash
तुझमें बसते प्राण मेरे
तुझमें बसते प्राण मेरे
ललकार भारद्वाज
एक घर था*
एक घर था*
Suryakant Dwivedi
फ़ेसबुक पर पिता दिवस / मुसाफ़िर बैठा
फ़ेसबुक पर पिता दिवस / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
चाय
चाय
MEENU SHARMA
सिंपल सी
सिंपल सी
Deepali Kalra
रुक -रुक कर रुख पर गिरी,
रुक -रुक कर रुख पर गिरी,
sushil sarna
मुस्कुराओ तो सही
मुस्कुराओ तो सही
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
सलामी दें तिरंगे को
सलामी दें तिरंगे को
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...