Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2022 · 1 min read

$$सत्संगेन विवेक: जाग्रत: भवति$$

परमात्मनः प्राप्ति: दुष्कर: न।प्रत्युत् एतस्य प्राप्ति: लालसा दुष्कर:।भोगस्य तथा संग्रहस्य इच्छाया: त्यागः न भवितुं न शक्नोति तु अपि ‘परमात्मनः प्राप्ति: केन् प्रकारेण स्यात्?एषः इच्छा प्रदर्शित: कुर्यात्।अस्माकं तीव्रलालसा न स्यात् तु अपि सत्संगेन लाभ: भवति।परं स्व लालसा न स्यात् तु इयत् लाभः न।यं सत्संगस्य लाभः दृश्यते।सः सत्संगं त्यक्तुं न शक्नोति।सत्संगेन विवेक: जाग्रत: भवति।सत्-असत् तथा कर्तव्यस्य अकर्तव्यस्य च ज्ञानम् भवति।तदनुसार: कर्म: भवति।सत्स्मगें बहु विलक्षणता।

©®अभिषेक:पाराशर:

Language: Sanskrit
1 Like · 248 Views

You may also like these posts

*नल से जल की योजना, फैले इतनी दूर (कुंडलिया)*
*नल से जल की योजना, फैले इतनी दूर (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
DrLakshman Jha Parimal
प्यारा मित्र
प्यारा मित्र
Rambali Mishra
साथी तेरे साथ
साथी तेरे साथ
Kanchan verma
बेघर एक
बेघर एक "परिंदा" है..!
पंकज परिंदा
हम तो हैं इंसान के साथ
हम तो हैं इंसान के साथ
Shekhar Chandra Mitra
सत्य की खोज, कविता
सत्य की खोज, कविता
Mohan Pandey
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
रण गमन
रण गमन
Deepesh Dwivedi
संगाई (भू-श्रंगी हिरण)
संगाई (भू-श्रंगी हिरण)
Indu Singh
शुभारंभ करें
शुभारंभ करें
Namita Gupta
রাধা মানে ভালোবাসা
রাধা মানে ভালোবাসা
Arghyadeep Chakraborty
"Stop being a passenger for someone."
पूर्वार्थ
अपने किरदार को किसी से कम आकना ठीक नहीं है .....
अपने किरदार को किसी से कम आकना ठीक नहीं है .....
कवि दीपक बवेजा
सृजन
सृजन
Mamta Rani
जीनी है अगर जिन्दगी
जीनी है अगर जिन्दगी
Mangilal 713
ग़ज़ल- चाहे नज़रों से ही गिरा जाना
ग़ज़ल- चाहे नज़रों से ही गिरा जाना
आकाश महेशपुरी
मेरे पिंजरे का तोता
मेरे पिंजरे का तोता
Laxmi Narayan Gupta
"तीर और पीर"
Dr. Kishan tandon kranti
ऐसा नही था कि हम प्यारे नही थे
ऐसा नही था कि हम प्यारे नही थे
Dr Manju Saini
कभी धूप तो कभी खुशियों की छांव होगी,
कभी धूप तो कभी खुशियों की छांव होगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
# कर्मों का लेखा जोखा#
# कर्मों का लेखा जोखा#
rubichetanshukla 781
अशकों से गीत बनाता हूँ
अशकों से गीत बनाता हूँ
Kanchan Gupta
मेरा जीवन
मेरा जीवन
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
..
..
*प्रणय*
सूरज!
सूरज!
Ghanshyam Poddar
2978.*पूर्णिका*
2978.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के
ओनिका सेतिया 'अनु '
भारत रत्न की आस
भारत रत्न की आस
Sudhir srivastava
Loading...