“सत्य वचन”
“सत्य वचन”
मनुष्य के पास जब दौलत हो या खुशियाँ या हो गम ये जब होती है तो, मैं इस सत्य को एक पंक्ति में सन्दर्भित कर रहा हूँ
” कभी घन घना
कभी मुट्ठी चना
कभी उसमे भी मना”
उपर्युक्त पंक्ति का अर्थ यह है कि –
कभी घन घना – जब इंसान के जीवन दौलत, खुशी या गम होती है तो खूब अधिक मात्रा में होती है
कभी मुट्ठी चना – वही दौलत कभी मुट्ठी के समान रहती है
कभी उसमे भी मना – वही खुशियाँ या गम कुछ भी नहीं रहती है
ये पंक्ति वचन नहीं सत्य है
संदीप कुमार
स्नातकोत्तर, राजनीतिक विज्ञान