सत्य क्या है
सत्य क्या है
इसकी खोज सबसे पहले
स्वयं से ही करते हैं
मैं कौन हूं
जो भी हूं पर मेरा जन्म हुआ
मुझे एक परिवार मिला
मुझे एक नाम मिला जो
मेरे माता पिता ने मुझे दिया
मुझे मां बाप का भरपूर स्नेह और
भाई बहन का प्यार भी मिला
मेरे रिश्तों का समय के साथ
दायरा बढ़ा
मिले जुले अनुभवों का
एक पूर्ण भंडार मिला
मैंने शिक्षा ग्रहण करी
आय अर्जित करने के
अथक प्रयास किये और
कई तरह के कार्य संपादित किये
जैसे यह संसार चल रहा है
वैसे ही इसके साथ
कदम से कदम मिलाकर
मैं भी चली
चलती रही और
अब भी चल रही हूं
मंजिल एक सफलता के
फूलों का गुच्छा लेकर
मेरे स्वागत में खड़ी मुझे मिले
ऐसी अपेक्षा कभी नहीं करी
उम्र बढ़ेगी तो
तन कमजोर होगा
रोगग्रस्त भी होगा
एक दिन यह तन का फूल
मुरझाकर समय पूरा होने पर
अपने ही जीवन के मन की डाली से भी गिरेगा और
मेरी कहानी का इस प्रकार
अंत होगा
इस कहानी में झूठ क्या है
यह एक सच है
हर किसी की यही कहानी है
किसी का जन्म होना एक
सत्य घटना है
उसकी जीवन यात्रा
उसकी मृत्यु होना सब सच है
सच की राह से हटने का
अर्थ कहीं खुद से ही
दगा करना
सच का दामन थामे रहने से
कभी कोई विफल नहीं होता
कोई चाहे तो
एक बार इसका जीवन में
परीक्षण करके देख ले और
इसके नतीजों से खुद को
अवगत करा ले
सपने साकार होने में
अवश्य कुछ अधिक समय
लग सकता है लेकिन
सच को जीवन में
अपनाने से
वह पूरे जरूर होते हैं
एक व्यक्ति मैला कुचैला
न लगकर
एक चमकते हुए दर्पण
सा लगता है
उसे दर्पण में दिख रही
अपनी छवि से आंख मिलाने पर
कभी शर्म महसूस नहीं होती
उसके चेहरे से एक
नूर बरसता है जो
अलौकिक होता है
वह भगवान तो नहीं होता लेकिन
गुणों से भरपूर
प्रभु के हृदय के समीप
बेहद करीब
उनके सदृश्य तो होता है।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001