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24 May 2024 · 1 min read

सत्य को फांसी पर चढ़ाई गई

सत्य को फांसी पर चढ़ाई गई ।

एक दिन सत्य पर झूठ के द्वारा
मनगढ़ंत मुकदमा लिखवाई गई।
बात ज्यादा लोगों तक पहुंचे
इस वास्ते अखबार में छपवाई गई ।
जो कुछ हुआ नहीं उसी बात को
कोर्ट में बार-बार दोहराई गई।
बात जब न मानी गई झूठ का
तब पैरवी ऊपर से करवाई गई।
रपट में रत्ती भर न थी सच्चाई
फिर भी कार्रवाई करवाई गई।
सत्य बेकसूर था इसके बाबजूद
उसे अपराधी करार करवाई गई।
झूठ मूंछ ऐंठता निकला कोर्ट से
सत्य को फांसी पर चढ़ाई गई।

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