Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Aug 2022 · 1 min read

सत्यता से सामना

#मुक्तक : सत्यता से सामना

नर कभी तो होगा तेरा, सत्यता से सामना
अन्त में तुझको पड़ेगा, उसका दामन थामना
मृत्यु सत्य ज़िंदगी का, फिर क्यूं पीछे भागता
ईश का गुणगान कर, त्याग मिथ्या कामना।।

मोह के बंधन में बंधकर, क्यूं अधर में झूलता
लोभ लालच से हृदय में, आ बसी प्रतिकूलता
भाव शून्य हो गया क्यूं, ये सघन हृदय तेरा
बन अधर्मी आज नर तू, धर्म को क्यूं भूलता।।

स्वरचित
योगी रमेश कुमार
जयपुर, राजस्थान

102 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"आज मग़रिब से फिर उगा सूरज।
*Author प्रणय प्रभात*
बिल्ले राम
बिल्ले राम
Kanchan Khanna
हे ईश्वर
हे ईश्वर
Ashwani Kumar Jaiswal
एक सबक इश्क का होना
एक सबक इश्क का होना
AMRESH KUMAR VERMA
मेरी आंखों में कोई
मेरी आंखों में कोई
Dr fauzia Naseem shad
सदा प्रसन्न रहें जीवन में, ईश्वर का हो साथ।
सदा प्रसन्न रहें जीवन में, ईश्वर का हो साथ।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ये कमाल हिन्दोस्ताँ का है
ये कमाल हिन्दोस्ताँ का है
अरशद रसूल बदायूंनी
आत्मवंचना
आत्मवंचना
Shyam Sundar Subramanian
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
आनंद प्रवीण
राही
राही
RAKESH RAKESH
अन्तर्मन की विषम वेदना
अन्तर्मन की विषम वेदना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
नवगीत - बुधनी
नवगीत - बुधनी
Mahendra Narayan
गाथा जीवन की सदा ,गाता तन का कर्म (कुंडलिया)
गाथा जीवन की सदा ,गाता तन का कर्म (कुंडलिया)
Ravi Prakash
हमें अब राम के पदचिन्ह पर चलकर दिखाना है
हमें अब राम के पदचिन्ह पर चलकर दिखाना है
Dr Archana Gupta
उत्तर नही है
उत्तर नही है
Punam Pande
कोई चोर है...
कोई चोर है...
Srishty Bansal
Perceive Exams as a festival
Perceive Exams as a festival
Tushar Jagawat
"सूर्य -- जो अस्त ही नहीं होता उसका उदय कैसे संभव है" ! .
Atul "Krishn"
मजदूर
मजदूर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
रग रग में देशभक्ति
रग रग में देशभक्ति
भरत कुमार सोलंकी
आपकी लिखावट भी यह दर्शा देती है कि आपकी बुद्धिमत्ता क्या है
आपकी लिखावट भी यह दर्शा देती है कि आपकी बुद्धिमत्ता क्या है
Rj Anand Prajapati
"तुम्हारी हंसी" (Your Smile)
Sidhartha Mishra
बोगेनविलिया
बोगेनविलिया
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कई आबादियों में से कोई आबाद होता है।
कई आबादियों में से कोई आबाद होता है।
Sanjay ' शून्य'
दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दु
दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दु
कृष्णकांत गुर्जर
*दुआओं का असर*
*दुआओं का असर*
Shashi kala vyas
लघुकथा -
लघुकथा - "कनेर के फूल"
Dr Tabassum Jahan
"नजरें मिली तो"
Dr. Kishan tandon kranti
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
Umender kumar
बरसात
बरसात
Swami Ganganiya
Loading...