Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jan 2024 · 1 min read

सताती दूरियाँ बिलकुल नहीं उल्फ़त हृदय से हो

सताती दूरियाँ बिलकुल नहीं उल्फ़त हृदय से हो
कभी मिलती नहीं आँखें मगर चाहत निभाती हैं

आर.एस. ‘प्रीतम’

2 Likes · 497 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
"मोहे रंग दे"
Ekta chitrangini
*नकली दाँतों से खाते हैं, साठ साल के बाद (हिंदी गजल/गीतिका)*
*नकली दाँतों से खाते हैं, साठ साल के बाद (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
अभिव्यञ्जित तथ्य विशेष नहीं।।
अभिव्यञ्जित तथ्य विशेष नहीं।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
****जानकी****
****जानकी****
Kavita Chouhan
सौ बार मरता है
सौ बार मरता है
sushil sarna
विरह वेदना फूल तितली
विरह वेदना फूल तितली
SATPAL CHAUHAN
4089.💐 *पूर्णिका* 💐
4089.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी गवाह हैं।
जिंदगी गवाह हैं।
Dr.sima
गीत
गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
विजय - पर्व संकल्प
विजय - पर्व संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
लफ्ज़ों की जिद्द है कि
लफ्ज़ों की जिद्द है कि
Shwet Kumar Sinha
जी20
जी20
लक्ष्मी सिंह
ज़रा सी  बात में रिश्तों की डोरी  टूट कर बिखरी,
ज़रा सी बात में रिश्तों की डोरी टूट कर बिखरी,
Neelofar Khan
मां
मां
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
" मुस्कुराहट "
Dr. Kishan tandon kranti
पिता का पेंसन
पिता का पेंसन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
अतीत कि आवाज
अतीत कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
Rj Anand Prajapati
ज़िंदगी में इक हादसा भी ज़रूरी है,
ज़िंदगी में इक हादसा भी ज़रूरी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संवेदना
संवेदना
Shama Parveen
डाॅ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन
डाॅ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जागरूकता
जागरूकता
Neeraj Agarwal
पलटे नहीं थे हमने
पलटे नहीं थे हमने
Dr fauzia Naseem shad
पतझड़
पतझड़
ओसमणी साहू 'ओश'
दूर क्षितिज तक जाना है
दूर क्षितिज तक जाना है
Neerja Sharma
मुसीबत के वक्त
मुसीबत के वक्त
Surinder blackpen
If you think you are too small to make a difference, try sle
If you think you are too small to make a difference, try sle
पूर्वार्थ
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो
शेखर सिंह
Loading...