Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Dec 2023 · 1 min read

सजा मेरे हिस्से की उनको बस इतनी ही देना मेरे मौला,

सजा मेरे हिस्से की उनको बस इतनी ही देना मेरे मौला,
तारे मै गिनता रहु और वो रात-भर करवटे बदलती रहे……!!!

विशाल बाबू

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 300 Views

You may also like these posts

जिस दिन आप कैसी मृत्यु हो तय कर लेते है उसी दिन आपका जीवन और
जिस दिन आप कैसी मृत्यु हो तय कर लेते है उसी दिन आपका जीवन और
Sanjay ' शून्य'
डमरू घनाक्षरी
डमरू घनाक्षरी
Annapurna gupta
सेक्स का ज्ञान
सेक्स का ज्ञान
पूर्वार्थ
कभी पास तो कभी दूर जाता है
कभी पास तो कभी दूर जाता है
शिवम राव मणि
त्योहारी मौसम
त्योहारी मौसम
Sudhir srivastava
लोई-कम्बल
लोई-कम्बल
*प्रणय*
परिमल पंचपदी- नयी विधा
परिमल पंचपदी- नयी विधा
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
हिंदी दिवस पर ग़ज़ल
हिंदी दिवस पर ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
न मुझे *उम्र* का डर है न मौत  का खौफ।
न मुझे *उम्र* का डर है न मौत का खौफ।
Ashwini sharma
प्रीत निभाना
प्रीत निभाना
Pratibha Pandey
आग़ाज़
आग़ाज़
Shyam Sundar Subramanian
Is it actually necessary to poke fingers in my eyes,
Is it actually necessary to poke fingers in my eyes,
Chaahat
हम का करीं साहब
हम का करीं साहब
अवध किशोर 'अवधू'
-: ना ही चहिए हमें,प्रेम के पालने :-
-: ना ही चहिए हमें,प्रेम के पालने :-
Parvat Singh Rajput
*शरीर : आठ दोहे*
*शरीर : आठ दोहे*
Ravi Prakash
"पेट की आग"
Dr. Kishan tandon kranti
मुस्कुरायें तो
मुस्कुरायें तो
sushil sarna
ध्यान सारा लगा था सफर की तरफ़
ध्यान सारा लगा था सफर की तरफ़
अरशद रसूल बदायूंनी
आपस की गलतफहमियों को काटते चलो।
आपस की गलतफहमियों को काटते चलो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तन्हाई
तन्हाई
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
- तुम ही मेरे जीने की वजह -
- तुम ही मेरे जीने की वजह -
bharat gehlot
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
जिंदगी एक पहेली
जिंदगी एक पहेली
Surinder blackpen
ले आओ बरसात
ले आओ बरसात
संतोष बरमैया जय
🙏
🙏
Neelam Sharma
जीवन चलने का नाम
जीवन चलने का नाम
शशि कांत श्रीवास्तव
कैसै कह दूं
कैसै कह दूं
Dr fauzia Naseem shad
लहरों पर होकर सवार!चलना नही स्वीकार!!
लहरों पर होकर सवार!चलना नही स्वीकार!!
Jaikrishan Uniyal
एक आज़ाद परिंदा
एक आज़ाद परिंदा
Shekhar Chandra Mitra
3955.💐 *पूर्णिका* 💐
3955.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...