सच
हम से भी ज्यादा,
कोई तुम्हारे करीब है क्या?
वक़्त मिले तो बता देना,
मेरा भी कोई रकीब है क्या?
खैर मुझे तो ठग ही लिया
तेरे इन मासूम आंखों ने,
और कोई हो जिसे लगता है
कि तुम्हें उससे मोहब्बत है ,
ऐसा भी कोई बदनसीब है क्या? :आलोक(गीत)
हम से भी ज्यादा,
कोई तुम्हारे करीब है क्या?
वक़्त मिले तो बता देना,
मेरा भी कोई रकीब है क्या?
खैर मुझे तो ठग ही लिया
तेरे इन मासूम आंखों ने,
और कोई हो जिसे लगता है
कि तुम्हें उससे मोहब्बत है ,
ऐसा भी कोई बदनसीब है क्या? :आलोक(गीत)