सच
लिया उठा कवि ने कलम, सच का कत्ल होता देख ।
भीड़ से बोला मति गयी मारी, झूठ मखौटा दें भेंक ।।
छोड़ चिंतन क्यों करता तू जातिवाद की राजनीति,
बहुत सेंक ली रोटी जातिवाद की और मत न सकें ।।
अमित कुमार बिजनौरी
स्योहारा बिजनौर
उत्तर प्रदेश
लिया उठा कवि ने कलम, सच का कत्ल होता देख ।
भीड़ से बोला मति गयी मारी, झूठ मखौटा दें भेंक ।।
छोड़ चिंतन क्यों करता तू जातिवाद की राजनीति,
बहुत सेंक ली रोटी जातिवाद की और मत न सकें ।।
अमित कुमार बिजनौरी
स्योहारा बिजनौर
उत्तर प्रदेश