Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2022 · 1 min read

सच यही है

लोग भले ही समझते होंगे
कि हम गलत हैं
मगर सच यही है कि
मैं गलत नहीं हूँ
मुझसे जानबूझकर
गलती करवाई गई है
या तो कभी कभी
मजबूर होकर जानबूझकर
मैंने गलती की है
इसे मैं स्वीकार करता हूँ
★★★★★
मनमोहन कृष्ण

Language: Hindi
Tag: लेख
276 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*रामपुर रियासत के अंतिम राज-ज्योतिषी एवं मुख्य पुरोहित पंडित
*रामपुर रियासत के अंतिम राज-ज्योतिषी एवं मुख्य पुरोहित पंडित
Ravi Prakash
हमसफर
हमसफर
लक्ष्मी सिंह
कुली
कुली
Mukta Rashmi
■ ऋणम कृत्वा घृतं पिवेत।।
■ ऋणम कृत्वा घृतं पिवेत।।
*प्रणय प्रभात*
24/239. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/239. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चाहे तुम
चाहे तुम
Shweta Soni
"चुनाव"
Dr. Kishan tandon kranti
सप्तपदी
सप्तपदी
Arti Bhadauria
यहां कश्मीर है केदार है गंगा की माया है।
यहां कश्मीर है केदार है गंगा की माया है।
सत्य कुमार प्रेमी
धन तो विष की बेल है, तन मिट्टी का ढेर ।
धन तो विष की बेल है, तन मिट्टी का ढेर ।
sushil sarna
“ भयावह व्हाट्सप्प ”
“ भयावह व्हाट्सप्प ”
DrLakshman Jha Parimal
शीर्षक - संगीत
शीर्षक - संगीत
Neeraj Agarwal
Temple of Raam
Temple of Raam
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
हाथों में गुलाब🌹🌹
हाथों में गुलाब🌹🌹
Chunnu Lal Gupta
राम : लघुकथा
राम : लघुकथा
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
दिल कि गली
दिल कि गली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चौकड़िया छंद के प्रमुख नियम
चौकड़िया छंद के प्रमुख नियम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Ram Mandir
Ram Mandir
Sanjay ' शून्य'
जब  भी  तू  मेरे  दरमियाँ  आती  है
जब भी तू मेरे दरमियाँ आती है
Bhupendra Rawat
हम गैरो से एकतरफा रिश्ता निभाते रहे #गजल
हम गैरो से एकतरफा रिश्ता निभाते रहे #गजल
Ravi singh bharati
सुबह की एक कप चाय,
सुबह की एक कप चाय,
Neerja Sharma
आखिर मैंने भी कवि बनने की ठानी
आखिर मैंने भी कवि बनने की ठानी
Dr MusafiR BaithA
श्री गणेश वंदना
श्री गणेश वंदना
Kumud Srivastava
प्यारी मां
प्यारी मां
Mukesh Kumar Sonkar
हर चाह..एक आह बनी
हर चाह..एक आह बनी
Priya princess panwar
खयालों ख्वाब पर कब्जा मुझे अच्छा नहीं लगता
खयालों ख्वाब पर कब्जा मुझे अच्छा नहीं लगता
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कवि को क्या लेना देना है !
कवि को क्या लेना देना है !
Ramswaroop Dinkar
सुहागरात की परीक्षा
सुहागरात की परीक्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मैं जानती हूँ तिरा दर खुला है मेरे लिए ।
मैं जानती हूँ तिरा दर खुला है मेरे लिए ।
Neelam Sharma
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
Loading...