Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

सच-झुठ

सच-झुठ कि लडा़ई में हमेशा
झुठ ही जितता चला आ रहा हैं,
सच या तो शांती से सहता आ रहा हैं,
या फिर दफन हो गया है|
लोग कहतें हैं सच के रास्ते चलो……
जीत जरुर हासिल होगी,
लेकीन क्या सच में,
आखिर तक, जीत मिलती हैं?
सच बोलके दुसरों को नाराज करने से अच्छा,
शांती बनाये रखे,
क्यों की कुछ लोग झुठ बोलके दुसरोंका
मन जीत लेते हैं……
और सच बोलने वाला सच बोलके अपनोंसे
दुर हो जाता हैं……
रिश्ता चाहें जो भी हो,
रिश्तें में विश्वास जरुरी हैं,
सच-झुठ की परख जरुरी हैं…….
किसी दुसरें की कहाँ-सुनी पर अपनोंसे
मुँह फेर लेना…ये तो जिन्दगी नहीं……
सच्चे लोग अंदर ही अंदर घुटँते चले आ रहे हैं
और झुठे लोग शान से जीते चले आ रहे हैं,
आखिर कब तक,
सच सहता चला आएगा……कब तक……

38 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अपनी धरती कितनी सुन्दर
अपनी धरती कितनी सुन्दर
Buddha Prakash
सवाल जवाब
सवाल जवाब
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ज़ेहन से
ज़ेहन से
हिमांशु Kulshrestha
वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी)
वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी)
नाथ सोनांचली
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
शिव अराधना
शिव अराधना
नवीन जोशी 'नवल'
हर शक्स की नजरो से गिर गए जो इस कदर
हर शक्स की नजरो से गिर गए जो इस कदर
कृष्णकांत गुर्जर
कभी भी भावना में बहकर अपनी निजी बातें और कमजोरी किसी के समक्
कभी भी भावना में बहकर अपनी निजी बातें और कमजोरी किसी के समक्
Paras Nath Jha
एतबार
एतबार
Davina Amar Thakral
*श्री उमाकांत गुप्त (कुंडलिया)*
*श्री उमाकांत गुप्त (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
लड़खड़ाते है कदम
लड़खड़ाते है कदम
SHAMA PARVEEN
ऑंखों से सीखा हमने
ऑंखों से सीखा हमने
Harminder Kaur
Kitna hasin ittefak tha ,
Kitna hasin ittefak tha ,
Sakshi Tripathi
वो कौन थी जो बारिश में भींग रही थी
वो कौन थी जो बारिश में भींग रही थी
Sonam Puneet Dubey
तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार।
तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
शीर्षक:जय जय महाकाल
शीर्षक:जय जय महाकाल
Dr Manju Saini
मधुमास में बृंदावन
मधुमास में बृंदावन
Anamika Tiwari 'annpurna '
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
रिसाइकल्ड रिश्ता - नया लेबल
Atul "Krishn"
दिन और रात-दो चरित्र
दिन और रात-दो चरित्र
Suryakant Dwivedi
To improve your mood, exercise
To improve your mood, exercise
पूर्वार्थ
है कौन वहां शिखर पर
है कौन वहां शिखर पर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
नहीं आती कुछ भी समझ में तेरी कहानी जिंदगी
नहीं आती कुछ भी समझ में तेरी कहानी जिंदगी
gurudeenverma198
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
Shekhar Chandra Mitra
🍁🌹🖤🌹🍁
🍁🌹🖤🌹🍁
शेखर सिंह
International Camel Year
International Camel Year
Tushar Jagawat
कभी जब आपका दीदार होगा
कभी जब आपका दीदार होगा
सत्य कुमार प्रेमी
गीत
गीत
Shiva Awasthi
राह नहीं मंजिल नहीं बस अनजाना सफर है
राह नहीं मंजिल नहीं बस अनजाना सफर है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
एक प्रयास अपने लिए भी
एक प्रयास अपने लिए भी
Dr fauzia Naseem shad
"ये कविता ही है"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...