सच्चा साथ
साथ रहने को साथ नहीं कहते ,
साथ होने का एहसास सच्चा साथ कहलाता है ।
यूं तो साथ हो सकता दुश्मन भी ,
मगर दुश्मन तो हमसफर नहीं कहलाता है ।
साथ रहने को साथ नहीं कहते ,
साथ होने का एहसास सच्चा साथ कहलाता है ।
यूं तो साथ हो सकता दुश्मन भी ,
मगर दुश्मन तो हमसफर नहीं कहलाता है ।