सच्चा धर्म
भारतीय स॔स्कृति संस्कार
अभी भी जीवित है
छोटे छोटे बच्चे गायत्री मंत्र
आरतियों का अविरल
उच्चारण करते है
दादा दादी माता पिता
के साथ मंदिर जाते है
पश्चिमी संस्कृति का
कुछ असर सभी समाज
पर पढ़ रहा है इसका यह अर्थ
नहीं कि हम अपने संस्कारों
से दूर जा रहे है ।
अपने देश समाज संस्कार
संस्कृति के प्रति सदा
हम ईमानदार रहे और
उनके प्रति समर्पित रहे ,
यही सच्चा धर्म है
सभी धर्मों का सम्मान
हमारे संस्कार है