*सच्चा दोस्त*
कह सकूं दिल की बात जिससे
ज़िंदगी में कोई तो ऐसा चाहिए
न कोई दिल बहलाने वाला न कोई महबूब चाहिए
कुछ नहीं मुझे तो सिर्फ़ एक दोस्त चाहिए
सीख देने वाले तो बहुत है ज़िंदगी में
मुझे एक समझने वाला चाहिए
जिसके पास समय हो मेरे लिए
मुझे तो सिर्फ़ वो एक सच्चा दोस्त चाहिए
परखें नहीं मुझे हर कदम मेरा साथ दे
दोस्ती का वो निःस्वार्थ रिश्ता चाहिए
मेरे टूटने पर मुझे सम्भालने में मदद करे
मुझे मेरी ज़िंदगी में एक सच्चा दोस्त चाहिए
जिसके पास बैठकर अपनापन लगे
मुझे ज़िंदगी में मेरा वो यार चाहिए
दुख में जो गुदगुदाए, लगाम रखे मुझपर ख़ुशी में
ज़िंदगी में सिर्फ़ मुझे वो दोस्त चाहिए
ख़ुशी हो दिल से जिसे मेरे आगे बढ़ने की
मेरी हर ख़ुशी में शामिल वो होना चाहिए
भर दे मेरे जीवन का ये ख़ालीपन जो
मुझे सिर्फ़ एक ऐसा अदद दोस्त चाहिए
होकर दुख में शामिल दुख भुला देता है
उसके आने से ख़ुशी दोगुनी हो जाती है
हो ग़लत तुम फिर भी वो साथ देता है तुम्हारा
मुझे वो कर्ण सा सच्चा दोस्त चाहिए
होता है नसीबों वाला वो शक्स
जिसके पास सच्चा दोस्त होता है
कोहिनूर से कम नहीं है सच्ची दोस्ती
उसके सिवा मुझे तो कुछ नहीं चाहिए।