Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Apr 2021 · 2 min read

सच्चाई

.

रवि शंकर को अपनीबहू नीति कोहमेशा एक बात से चिढ़ रहती थी ।
रविशंकर के एक पुत्र था, पुत्री नहीं थी। उन्हें बिल्कुल अच्छा नहीं लगता जब उनकी बहु अपने मायके वालों से फोन पर भी बात करती, रविशंकर का कहना था कि बहु अपने मायके वालों से दूर रहें,अपनी कुछ समस्या, खुशी उनसे नहीं बांटे।
वो बार-बार नीति को यही समझाते थे कि तुम हमारी जिम्मेदारी हो, तुम हमारे परिवार का हिस्सा होअपने मायके वाली से दूर बनाकर रहा करो उनसे कहो अब जो भी है जैसा भी है यही तुम्हारा घर है।नीति सुनती, गुस्सा भी आता पर,उन्हें कभी पलट का जवाब नहीं देती,
हमेशा उनकी हां में हां मिलाती रहती थी।
जबकि जानती थी कि एक बेटी का अपने माता-पिता से रिश्ता कभी खत्म नहीं होता और ना ही टूट सकता हैं।
जब यह तक वितर्क खत्म हो गया आप उसने मुस्कुराकर अपने पति से कहा”पापा बार-बार मुझे मेरे मायके वालोंके बारे में कुछ न कुछ बोलते ही रहते हैं, मुझे उनसे रिश्ता रखने के लिए मना करते हैं, जैसे वो मेरे वो कुछ लगते ही नहीं है।”
लेकिन मैं बोलते समय है भूल गए कि उनकी गोद में भी छोटे से बिटिया (अपनी पोती) को लेकर बैठे रहते हैं।वो अपनी पोती को बिल्कुल भी रोना नहीं देखना चाहते, आधी रात को भी उसका रोना होने विचलित का देता है। परेशान हो जाते हैं।
सच्चाई तो यह है उनके बेटी नहीं है, उन्हें बेटी को अपने से दूर करना कितना मुश्किल है,इस बात का अहसास ही नहीं है।
लेकिन उनको अपनी पोती का थोड़ा-सा भी रोना उन्हें परेशान कर देता है….
पर….वो भी एक दिन किसी की बहु बनेगी,,, उनसे दूर रहेगी। इस बात को समझना नहीं चाहते।
वो मन मसोस कर रह जाती…
– सीमा गुप्ता (अलवर)राजस्थान

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 486 Views

You may also like these posts

कहीं भी
कहीं भी
Shweta Soni
*जिंदगी के अनोखे रंग*
*जिंदगी के अनोखे रंग*
Harminder Kaur
दुनियादारी सीख गये
दुनियादारी सीख गये
Surinder blackpen
अच्छी किताबे
अच्छी किताबे
पूर्वार्थ
नींद आती है......
नींद आती है......
Kavita Chouhan
उनका शौक़ हैं मोहब्बत के अल्फ़ाज़ पढ़ना !
उनका शौक़ हैं मोहब्बत के अल्फ़ाज़ पढ़ना !
शेखर सिंह
राम मंदिर
राम मंदिर
Sanjay ' शून्य'
"The Dance of Joy"
Manisha Manjari
ह्रदय की स्थिति की
ह्रदय की स्थिति की
Dr fauzia Naseem shad
दीवाल पर लगी हुई घड़ी की टिकटिक की आवाज़ बनके तुम मेरी दिल क
दीवाल पर लगी हुई घड़ी की टिकटिक की आवाज़ बनके तुम मेरी दिल क
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
■कड़वा सच■
■कड़वा सच■
*प्रणय*
4164.💐 *पूर्णिका* 💐
4164.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
माँ
माँ
Ayushi Verma
" पानी "
Dr. Kishan tandon kranti
किस्मत का खेल
किस्मत का खेल
manorath maharaj
रुपमाला छंद (मदन छंद)
रुपमाला छंद (मदन छंद)
Subhash Singhai
ज़िन्दगी वो युद्ध है,
ज़िन्दगी वो युद्ध है,
Saransh Singh 'Priyam'
कविता
कविता
Nmita Sharma
जज्बात
जज्बात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बड़ा बेवाक लहज़ा है बड़ी दिलकश अदायें हैं,
बड़ा बेवाक लहज़ा है बड़ी दिलकश अदायें हैं,
Phool gufran
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Arvind trivedi
नारी टीवी में दिखी, हर्षित गधा अपार (हास्य कुंडलिया)
नारी टीवी में दिखी, हर्षित गधा अपार (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जिन्दगी में फैंसले और फ़ासले सोच समझ कर कीजिएगा !!
जिन्दगी में फैंसले और फ़ासले सोच समझ कर कीजिएगा !!
Lokesh Sharma
बेटा बचाओं देश बचाओं
बेटा बचाओं देश बचाओं
Indu Singh
साजे दिल तोड़ के आवाज़ की बातें न करो
साजे दिल तोड़ के आवाज़ की बातें न करो
Kanchan Gupta
चुनौती  मानकर  मैंने  गले  जिसको  लगाया  है।
चुनौती मानकर मैंने गले जिसको लगाया है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं  कमियो
कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं कमियो
Ragini Kumari
ए सी का किरदार
ए सी का किरदार
RAMESH SHARMA
बेटी का बाप हूँ न
बेटी का बाप हूँ न
Suryakant Dwivedi
Loading...