सच्चाई
*कविता – सच्चाई
जो ना बताई जाए
वह सच्चाई है
जो ना बनाई जाए
वह सच्चाई है
जो न छुपाई जाए
वह सच्चाई है
जो ना मिटाई जाए
वह सच्चाई है
सच्चाई किसी प्रमाण की
मोहताज नहीं
सच्चाई कांटो की डगर है
सिंहासन या ताज नहीं
सच्चाई किसी बाहुबली
का दल या बल नहीं
सच्चाई आत्मा का गहना है
माया का छल नहीं
सच्चाई पहनी , सजाई या
ओढ़ी नहीं जाती
जिनका जीवन सच की
पाठशाला में बीता हो
उनसे सच्चाई छोड़ी नहीं जाती* ।।
*( सर्वाधिकार सुरक्षित मौलिक अप्रकाशित स्वरचित रचना सीमा वर्मा )*