सच्चाई और वास्तविकता….!
सच्चाई और वास्तविकता में बहुत अंतर होता है, कभी कभी सच्चाई वो होती है जो हमें बताई जाती है लेकिन वास्तविकता वो होती है जिसको हम अपने से महसूस करते है या देखते है।
सच्चाई कभी झूठा भी ही सकता है लेकिन वास्तविकता कभी झूठी नहीं ही सकती।
एक कहावत है ” जो हमें दिखता है वो दरअसल होता नहीं है और जो होता है वो कभी कभी दिखता नहीं है” ।