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25 Jul 2021 · 1 min read

सखी री बरस रहा सावन _ गीत

सखी री बरस रहा सावन ।
मेरे भी आ जाएं साजन।
आ जाएं साजन सखी री ,
आ जाएं साजन।
मेरा हे सूना यह आंगन,
सखी री बरस रहा सावन।।
काली घटाओं के पहरे से ,
दिन भी तो अब रात लगे।
देख के रिमझिम बूंदों को तो,
मेरे भी जज्बात जगे।।
नैनों की नदियों में बाढ़ आ गई,
फिर भी प्यासा प्यासा तन।
सखी री बरस रहा सावन।
मेरे भी आ जाए साजन।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 277 Views
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