Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2022 · 1 min read

सक्रियता के दायरे!

शीर्षक – सक्रियता के दायरे!

विधा – कविता

परिचय – ज्ञानीचोर
शोधार्थी व कवि साहित्यकार
मु.पो. रघुनाथगढ़, सीकर राज.
पिन. 332027
मो. 9001321438

सक्रियता के दायरे
निर्भर है गर्भ पर
पाई हुई दशाओं पर
जिससे मिली ऊर्जा पर।
आवरण में कैद सक्रियता
छल है सगर्भा के जीन का
या पाये हुए जीन का।
सत्य पलता रहा
झूठ चलता रहा
भ्रम के कायदे भी
साथ निभाते रहे
सत्य छूटा,एक तारा टूटा
पड़कर धँसा गड्डा गहरा
बना क्रेटर झील सा
जिसमें सत्य के अलावा
सब फैला विश्वास के साथ।
अब झील सत्य है
क्रेटर एक कहानी है
सत्य स्वरूप परिवर्तित होकर
घटा रहा नई घटना
झूठ के फैलाव हेतु
सहतत्वों के विस्तार हेतु।
बदल रहा स्वरूप सत्य
आदमी झूठ के सौदागर
कवि बन परोसते है
हल्का सा सत्य आभास
बन जाते है विधाता
गढ़कर कविता हर बार
अक्षरों के संसार का
शब्दों के सागर का
बातों के बवंडर का।
भाव का अभाव भी
बड़ा दिखाते हर बार
लक्ष्मी हेतु वाणी से छल।

Language: Hindi
1 Like · 135 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*चंदा मॉंगो शान से, झाड़ो बढ़िया ज्ञान (कुंडलिया)*
*चंदा मॉंगो शान से, झाड़ो बढ़िया ज्ञान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
इस जमाने जंग को,
इस जमाने जंग को,
Dr. Man Mohan Krishna
#drarunkumarshastei
#drarunkumarshastei
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आप ही बदल गए
आप ही बदल गए
Pratibha Pandey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*मेरी रचना*
*मेरी रचना*
Santosh kumar Miri
सवाल ये नहीं
सवाल ये नहीं
Dr fauzia Naseem shad
संघर्ष से‌ लड़ती
संघर्ष से‌ लड़ती
Arti Bhadauria
मययस्सर रात है रोशन
मययस्सर रात है रोशन
कवि दीपक बवेजा
17रिश्तें
17रिश्तें
Dr Shweta sood
देश-विक्रेता
देश-विक्रेता
Shekhar Chandra Mitra
हिंदी साहित्य की नई : सजल
हिंदी साहित्य की नई : सजल
Sushila joshi
आप नौसेखिए ही रहेंगे
आप नौसेखिए ही रहेंगे
Lakhan Yadav
-- अंतिम यात्रा --
-- अंतिम यात्रा --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
■एक टिकट : सौ निकट■
■एक टिकट : सौ निकट■
*Author प्रणय प्रभात*
नया साल
नया साल
विजय कुमार अग्रवाल
संवेदनाएं
संवेदनाएं
Buddha Prakash
आजकल का प्राणी कितना विचित्र है,
आजकल का प्राणी कितना विचित्र है,
Divya kumari
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
इक शे'र
इक शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
"बहुत दिनों से"
Dr. Kishan tandon kranti
मंगल मूरत
मंगल मूरत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
इशारों इशारों में मेरा दिल चुरा लेते हो
इशारों इशारों में मेरा दिल चुरा लेते हो
Ram Krishan Rastogi
मंजिल तक का संघर्ष
मंजिल तक का संघर्ष
Praveen Sain
आँखें शिकायत करती हैं गमों मे इस्तेमाल हमारा ही क्यों करते ह
आँखें शिकायत करती हैं गमों मे इस्तेमाल हमारा ही क्यों करते ह
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
3173.*पूर्णिका*
3173.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हे कान्हा
हे कान्हा
Mukesh Kumar Sonkar
यह ज़मीं है सबका बसेरा
यह ज़मीं है सबका बसेरा
gurudeenverma198
गजब हुआ जो बाम पर,
गजब हुआ जो बाम पर,
sushil sarna
Loading...