Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2022 · 2 min read

सकारात्मक सोच

प्राय: जीवन में मिलने वाले दुःख असफलताएं हमे निराशा से भर देते है वहीं हमारे जीवन की गतिशील्ला को भी पूर्णता अवरुद्ध कर देती हैं जो कि किसी भी रूप में उचित नहीं, इसलिए बहुत आवश्यक है कि विपरीत परिस्थितियों में संयम से काम लें और अपनी समारात्मक सोच से अपने दुःख पर अपनी असफलाताओं पर नियन्त्रण करके, अपनी सफलता के मार्ग को प्रशस्त करें।
अपने अन्दर उत्साह का संचार करे परिस्थितियां कैसी भी हो मुस्कुराना सीखें, जिन्दगी को जीना सीखें जिन्दगी के प्रति अपनी सोच सदैव सकारात्मक रखें ,जिन्दगी के प्रति आपका लगाव, उत्साह आपके प्रत्येक कार्य में दिखाई देना चाहिए, अपने जीवन में घटने वाली हर दुःखद घटना को अपनी असफलताओ और अपनी कमजोरियों को किसी भी परिस्थिति में अपने ऊपर हावी न होने दे अपने आत्मविश्वास को हर विपरीत परिस्थिति में बनाये रखें, यकीन मानिए आपका स्वयं पर पूर्ण विश्वास होना ही आपको बिना किसी सहायता के हर विपरीत परिस्थिति से निकालने की क्षमता रखता है, अपनी ज़िंदगी में सहजता, स्वाभाविकता को स्थान दें, इससे आपकी जिन्दगी भी आसान होगी और आप अपनी जिन्दगी को अच्छे से जी भी सकेंगे स्वयं को हमेशा अहंकार, परनिंदा आदि जैसे अवगुणों से दूर रखें , साथ आपके कुछ नहीं जाने वाला बाकी रह जाएगा तो बस आपका दूसरों के साथ किया गया अच्छा व्यवहार एक अच्छी याद के रूप में लोगों के दिलों में हमेंशा ज़िंदा रहेगी,प्रयास करें कि कभी भी आपके अंदर की इंसानियत खत्म न होनेपाये,बच्चों से प्यार करना सीखें तो कमज़ोर,असहाय जनों की सहायता के लिए हमेशा आगे रहें अपने बुज़ुर्गो की सेवा करें दूसरों के काम आने का प्रयास करें, अपनी सोच को तार्किक रखें वहीं सही ग़लत में अंतर करना भी सीखें, अपने दृष्टिकोण को सदैव सकारात्मक रखें सदैव अपने अंदर की आवाज़ को सुने जिसे हम ज़मीर भी कहते हैं, और इस बात का भी विरोध ध्यान रखें कि आप स्वयं भी कभी अपनी इच्छाओं को अपनी खुशियों को नज़र अंदाज़ न करें, क्योंकि जब तक हम स्वयं संतुष्ट नहीं होंगे तब तक हम संतुष्ट समाज का निर्माण नहीं कर सकते हैं, दूसरों का ख़्याल रखने के साथ अपना भी ख़याल रखिये अपने अंदर के शौक को कभी मरने मत दीजिए आप हैं तभी ये ज़िन्दगी है और ये तभी खूबसूरत होगी जब आप खुश और संतुष्ट होंगे।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: लेख
10 Likes · 249 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

झुंड
झुंड
Rekha Drolia
श्री राम आ गए...!
श्री राम आ गए...!
भवेश
3720.💐 *पूर्णिका* 💐
3720.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जो खुद को हमारा
जो खुद को हमारा
Chitra Bisht
खुद्दारी
खुद्दारी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
ढल गया सूरज बिना प्रस्तावना।
ढल गया सूरज बिना प्रस्तावना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
"जमाने के हिसाब से"
Dr. Kishan tandon kranti
गांव का बचपन
गांव का बचपन
डॉ. एकान्त नेगी
इश्क की गलियों में
इश्क की गलियों में
Dr. Man Mohan Krishna
नेता सोये चैन से,
नेता सोये चैन से,
sushil sarna
है नसीब अपना अपना-अपना
है नसीब अपना अपना-अपना
VINOD CHAUHAN
धनिया
धनिया
Santosh kumar Miri
मैंने अपने एक काम को
मैंने अपने एक काम को
Ankita Patel
स्मृति
स्मृति
Neeraj Agarwal
हृदय में वेदना इतनी कि अब हम सह नहीं सकते
हृदय में वेदना इतनी कि अब हम सह नहीं सकते
हरवंश हृदय
सच्चा स्वतंत्रता दिवस
सच्चा स्वतंत्रता दिवस
Rambali Mishra
आया खूब निखार
आया खूब निखार
surenderpal vaidya
जंगल ये जंगल
जंगल ये जंगल
Dr. Mulla Adam Ali
तप त्याग समर्पण भाव रखों
तप त्याग समर्पण भाव रखों
Er.Navaneet R Shandily
जो पहले थी वो अब भी है...!
जो पहले थी वो अब भी है...!
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कहां याद कर पाते हैं
कहां याद कर पाते हैं
शिवम राव मणि
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
इस कदर मजबूर था वह आदमी...
इस कदर मजबूर था वह आदमी...
Sunil Suman
मेरी पहचान!
मेरी पहचान!
कविता झा ‘गीत’
ऐ जिंदगी
ऐ जिंदगी
अनिल "आदर्श"
✍️ दोहा ✍️
✍️ दोहा ✍️
राधेश्याम "रागी"
Pyar ka pahla khat likhne me wakt to lagta hai ,
Pyar ka pahla khat likhne me wakt to lagta hai ,
Sakshi Singh
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
वो मिटा ना सके ज़ुल्म को ज़माने से अभी ।
वो मिटा ना सके ज़ुल्म को ज़माने से अभी ।
Phool gufran
Loading...