Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jan 2021 · 1 min read

“सकारात्मकता”

“सकारात्मकता”
राहत का द्वार, खुल जाए तो क्या..शांति का पाठ पढ़ कर तो देख!

मार्ग पर चलना, आसान ना भी हो, तो क्या.. चल कर तो देख!

कभी तो पहचान,वो तस्व्वूर,सोच का क्या क़सूर, जी कर तो देख!

ढांचा एक,पेच अनेक,खोल कर तो देख!

असल है, क्या कसर है,परख कर तो देख!

ख़ुशी और ग़म,एक सच्चाई, किसके हाथ और पास ना आयी, जोड़ कर तो देख!

चलता चल,चलता चल,राह के राहगीर बन,रुक कर ना देख!

विज्ञान का पंख,चाँद को देख!
अपना पराया..इंसान को देख!????
सपना
बैंकॉक (थाईलैण्ड)

Language: Hindi
6 Likes · 3 Comments · 538 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sapna Arora
View all
You may also like:
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Success Story -3
Success Story -3
Piyush Goel
आँगन में एक पेड़ चाँदनी....!
आँगन में एक पेड़ चाँदनी....!
singh kunwar sarvendra vikram
🙅आज का ज्ञान🙅
🙅आज का ज्ञान🙅
*प्रणय प्रभात*
नहीं खुलती हैं उसकी खिड़कियाँ अब
नहीं खुलती हैं उसकी खिड़कियाँ अब
Shweta Soni
"कर्तव्य"
Dr. Kishan tandon kranti
अपने मन के भाव में।
अपने मन के भाव में।
Vedha Singh
यूं जो कहने वाले लोग है ना,
यूं जो कहने वाले लोग है ना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कोई जोखिम नहीं, कोई महिमा नहीं
कोई जोखिम नहीं, कोई महिमा नहीं"
पूर्वार्थ
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*पाते किस्मत के धनी, जाड़ों वाली धूप (कुंडलिया)*
*पाते किस्मत के धनी, जाड़ों वाली धूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*संवेदना*
*संवेदना*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
अवध में राम
अवध में राम
Anamika Tiwari 'annpurna '
बिना वजह जब हो ख़ुशी, दुवा करे प्रिय नेक।
बिना वजह जब हो ख़ुशी, दुवा करे प्रिय नेक।
आर.एस. 'प्रीतम'
नव वर्ष हैप्पी वाला
नव वर्ष हैप्पी वाला
Satish Srijan
यही सच है कि हासिल ज़िंदगी का
यही सच है कि हासिल ज़िंदगी का
Neeraj Naveed
अगर प्रेम है
अगर प्रेम है
हिमांशु Kulshrestha
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हैं जो कुछ स्मृतियां वो आपके दिल संग का
हैं जो कुछ स्मृतियां वो आपके दिल संग का
दीपक झा रुद्रा
मां शैलपुत्री
मां शैलपुत्री
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अधूरा प्रयास
अधूरा प्रयास
Sûrëkhâ
शादाब रखेंगे
शादाब रखेंगे
Neelam Sharma
2957.*पूर्णिका*
2957.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल (गुलों से ले आना महक तुम चुरा कर
ग़ज़ल (गुलों से ले आना महक तुम चुरा कर
डॉक्टर रागिनी
हम क्यूं लिखें
हम क्यूं लिखें
Lovi Mishra
विषय:गुलाब
विषय:गुलाब
Harminder Kaur
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शब्द केवल शब्द नहीं हैं वो किसी के लिए प्राण हैं
शब्द केवल शब्द नहीं हैं वो किसी के लिए प्राण हैं
Sonam Puneet Dubey
श्री कृष्ण
श्री कृष्ण
Vandana Namdev
कोंपलें फिर फूटेंगी
कोंपलें फिर फूटेंगी
Saraswati Bajpai
Loading...